कानपुर में होने वाली बैठक के बाद प्रधानमंत्री कानपुर में नौकायन करेंगे। गोमुख से गंगासागर तक बहने वाली इस नदी का कानपुर में पड़ने वाला हिस्सा सबसे अधिक प्रदूषित माना जाता है। इससे यह स्पष्ट संदेश मिलता है कि सरकार इस परियोजना को लेकर गंभीरता बरतने वाली है। बीजेपी के एक सूत्र ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मामला खत्म होने के बाद सरकार की प्रमुख परियोजना में एक ‘नमामी गंगे’ भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ गुरुवार को कानपुर आए शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि कानपुर में नदी में सभी 16 नालों से बहने वाले 300 एमएलडी को गुरुवार रात से स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नदियों में प्रदूषक तत्वों को डालने वाले सीवर और नालियों के बंद होने से नदी के जल में उल्लेखनीय परिवतर्न नजर आएगा। उन्होंने कहा, ‘सीसामऊ नाला, जो प्रतिदिन 140 मेगा लीटर गंदगी गंगा में डालता है, उसे अधिकारियों ने बंद करा दिया है। अब गंदगी को जाजमऊ और बिंगवान ट्रीटमेंट प्लांट की ओर मोड़ दिया गया है।’ वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौका विहार के लिए वाराणसी से डबल डेकर स्टीमर को कानपुर लाया गया है।
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