रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति मामले संबंधी फैसले पर यू-टर्न लेने पर तंज कसा है। पार्टी ने कहा है कि बघेल इस मामले में चाहे जो और जैसा टर्न लेकर अपने राजनीतिक चरित्र का परिचय दें, एक बात तो आईने की तरह साफ है कि जोगी की जाति के मामले में भी कांग्रेस संदेहस्पद रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुन्दरानी ने कहा कि भूपेश बघेल ने यह कहकर कि जोगी की जाति पर सवाल भाजपा ने उठाया था, कांग्रेस के उन नेताओं का मुंह बंद कर दिया है जो गाहे-बगाहे जोगी और उनकी पार्टी को भाजपा की बी-टीम बताकर अपनी खीझ मिटाने का कोई मौका नहीं छोड़ते । बघेल के जोगी से कोई दुश्मनी नहीं होने वाले कथन पर श्री सुन्दरानी ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस से बेदखल करके बघेल ने जोगी के साथ जो दोस्ती निभाई है, वह तो एक मिसाल ही है जो बघेल ही कायम कर सके और अब तक अपनी वह ‘दोस्ती’ निभा रहे हैं! भाजपा प्रवक्ता श्री सुन्दरानी ने कहा कि जोगी की जाति मामले में हाईपॉवर कमेटी की रिपोर्ट के बाद अब कांग्रेस के नेता अब बगलें झांकने पर विवश है।
श्री सुन्दरानी ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल, जो जोगी-सरकार में मंत्री भी थे, को क्या उस समय की ‘आदिवासी नेतृत्व’ वाली विरुदावली की याद सताने लगी है? ‘आदिवासी नेतृत्व’ के महाझूठ की बुनियाद पर छत्तीसगढ़ से छलावा कर अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बनाने वाले कांग्रेस के केन्द्रीय और प्रादेशिक नेताओं को इस मुद्दे पर दुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस के समूचे नेतृत्व को इसके लिए छत्तीसगढ़ से माफी मांगनी चाहिए।