शादाब रिज़वी, मेरठ
(स्वतंत्र प्रभार) ने शनिवार सुबह कड़ाके की ठंड में बिजनौर जिले में रोडवेज की कई किया और यात्रियों से सुविधा के बारे में पूछा। उन्होंने ड्राइवर और कंडक्टर के बर्ताव की जानकारी ली। यात्रियों से पूछा कि उनसे पैसे लेकर टिकट दिया गया या नहीं।
(स्वतंत्र प्रभार) ने शनिवार सुबह कड़ाके की ठंड में बिजनौर जिले में रोडवेज की कई किया और यात्रियों से सुविधा के बारे में पूछा। उन्होंने ड्राइवर और कंडक्टर के बर्ताव की जानकारी ली। यात्रियों से पूछा कि उनसे पैसे लेकर टिकट दिया गया या नहीं।
अशोक कटारिया शनिवार सुबह बिना सरकारी अमले के ट्रैक सूट पहने और सिर पर गरम कैप लगाए निकले पड़े। उनको बदले रूप में लोग और रोडवेज बसों के ड्राइवर और कंडक्टर नहीं पहचान सके। धामपुर कस्बे में उन्होंने पहले मुरादाबाद और धामपुर डिपो की लोकल बसों के चेक किया।
यूनिफॉर्म नहीं पहने थे ड्राइवर, कंडक्टर
उसके अलावा अशोक कटारिया ने रूहेलखंड डिपो की बसों का भी निरीक्षण किया। उन्हें मुरादाबाद डिपो की एक बस में ड्राइवर और कंडक्टर यूनिफॉर्म पहने नहीं मिले। मंत्री ने उन्हे चेतावनी और सुधार की हिदायत दी। इसके बाद उन्होंने सवारियों से चालक और परिचालक के व्यवहार का पता किया। बस के ओवरस्पीड आदि चलाने के तरीके के बारे में पूछा।
Source: International