सरकार के गठन के 15 दिन बाद खातों के बंटवारे के 48 घंटों के भीतर एनसीपी मंत्रियों के विभागों में फेरबदल करना पड़ा है। इस फेरबदल को जयंत पाटील की नाराजगी से जोड़ कर देखा जा रहा है। शनिवार को हुए फेरबदल में जल संसाधन और लाभ क्षेत्र विकास विभाग छगन भुजबल से वापस लेकर जयंत पाटील को दे दिया गया है, जबकि अन्न व नागरी आपूर्ति, अल्पसंख्यक विकास व कल्याण विभाग छगन भुजबल को दिया गया है। मुख्यमंत्री ठाकरे के प्रस्ताव को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंजूरी दे दी है।
सूत्रों के मुताबिक खाता वितरण से जयंत पाटील नाराज थे, इसलिए उन्होंने इस पर अप्रत्यक्ष रूप से नाराजगी जताई थी। उनके पास वित्त विभाग को छोड़कर कोई महत्वपूर्ण मंत्रालय नहीं था, जबकि छगन भुजबल को कई महत्वपूर्ण विभाग मिले थे। मुख्यमंत्री ठाकरे के खाता आवंटन की घोषणा के बाद पाटील ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से कम महत्व के विभाग मिलने पर नाराजगी जताई थी। उसके बाद शनिवार को एनसीपी मंत्रियों के विभागों में मुख्यमंत्री ने बदलाव कर दिया।
बता दें कि विभागों के बंटवारे के समय जयंत पाटील के पास वित्त, नियोजन, गृह निर्माण, स्वास्थ्य, सहकार व व्यापार, अन्न व आपूर्ति, ग्राहक संरक्षण, कामगार, अल्पसंख्यक विभाग मंत्रालय था। जबकि, छगन भुजबल को ग्राम विकास, जलसंपदा, सामाजिक न्याय, राज्य उत्पादन शुल्क, स्किल डिवेलपमेंट, अन्न व औषधि प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। महाविकास आघाडी सरकार में विभागों के बंटवारे में गृह मंत्रालय शहरी विकास और पीडब्लूयूडी , वित्त मंत्रालय, ग्रामीण विकास, सिंचाई एनसीपी और कांग्रेस को राजस्व एवं कृषि मंत्रालय मिला है।
Source: National