नागरिकता संशोधन ऐक्ट के खिलाफ यूपी के अलीगढ़ और राजधानी लखनऊ में हुए उग्र प्रदर्शनों की चिंगारी पूर्वांचल के मऊ जिले तक पहुंच गई है। मऊ जिले में सोमवार को नागरिकता संशोधन ऐक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। सोमवार दोपहर मऊ में हजारों प्रदर्शनकारियों ने जहां सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया, वहीं शाम को भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने यहां वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की है। यूपी डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि मऊ में फिलहाल हालात काबू में हैं और तनाव को देखते हुए जिले में धारा 144 लगा दी गई है।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, नागरिकता संशोधन ऐक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने नगर कोतवाली के मिर्जाहादिपुरा चौक के पास पुलिस पर पथराव किया था। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। उग्र प्रदर्शनकारियों ने यहां कई वाहनों में तोड़फोड़ की और यूपी परिवहन निगम की रोडवेज बस को भी नुकसान पहुंचाया। लोगों ने एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ की और कई में आग भी लगा दी। इसके अलावा भीड़ ने दक्षिण टोला थाने में भी आगजनी की।
डीएम और एसएसपी समेत कई अधिकारी मौके पर
मऊ जिले में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच डीएम, एसएसपी समेत जिले के तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। तनाव की स्थिति को देखते हुए जिले में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही पड़ोसी जिलों से भारी संख्या में पुलिस, आरएएफ और पीएसी के जवानों को बुलाया गया है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट, कई जिले में इंटरनेट बंद
उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रदेश सरकार ने पश्चिमी यूपी में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। के खिलाफ रविवार को हुए प्रदर्शनों के बाद अलीगढ़ में मंगलवार तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा सहारनपुर और कासगंज जिले में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है। तनाव की स्थिति के बीच मेरठ, सहारनपुर, कासगंज, अलीगढ़ जिलों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कंपनियों की तैनाती की गई है।
Source: International