चित्रकूट जिला जेल में 14 दिसंबर को शराब पीकर ड्यूटी पर पहुंचे और अधिकारियों से अभद्रता करने वाले दो बंदीरक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें से एक तो तलाशी का विरोध करते हुए नग्न हो गया था। इतना ही नहीं दोनों ने जेलर के आवास पर जाकर भी अभद्रता और गालीगलौच करते हुए धमकी दी थी। यहां एक बंदीरक्षक ने थप्पड़ भी मार दिया था। इस मामले में कार्यवाहक अधीक्षक की रिपोर्ट पर डीआईजी जेल ने दोनों बंदीरक्षक को सस्पेंड करते हुए अलग-अलग जेलों से संबद्ध कर दिया है।
डीआईजी जेल प्रयागराज परिक्षेत्र बीआर वर्मा ने बताया कि में तैनात बंदीरक्षक समरजीत भार्गव और रवींद्र उपाध्याय 14 दिसंबर की रात करीब साढ़े 9 बजे जब ड्यूटी पर पहुंचे तो शराब के नशे में धुत थे। जेल गेट पर तैनात सिपाहियों ने जब उनकी तलाशी लेनी चाही तो दोनों आनाकानी करने लगे। उनके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। रवींद्र तो तलाशी देने का विरोध करते हुए नग्न तक हो गया। इसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों से भी दोनों ने अभद्रता और गालीगलौच की।
समरजीत ने तो एक अधिकारी को थप्पड़ भी मार दिया। दोनों यहीं नहीं रुके, उन्होंने जेलर के आवास पर जाकर हंगामा किया और धमकी भी दी। प्रभारी अधीक्षक एसपी त्रिपाठी ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट डीआईजी को भेजी दी। इसके बाद डीआईजी ने बुधवार को दोनों बंदीरक्षकों को सस्पेंड कर दिया। रवींद्र उपाध्याय को बांदा जेल जबकि समरजीत को हमीरपुर जेल से संबद्ध कर दिया गया है।
Source: International