दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली के विभिन्न इलाकों में भड़की हिंसा के पीछे विपक्ष का हाथ बताया है। उन्होंने एक छोटी सी प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी भी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना संवाददाताओं से कहा, ‘इस देश में दंगे कौन कराता है और किसकी ताकत है दंगे कराने की, आप सबको पता है। जो विपक्ष आरोप लगा रहा है दंगे कराने का, वह जानता है कि दंगे कौन करवा रहा है।’
‘पिछले चुनाव से पहले भी हुई थी दंगे भड़काने की कोशिश’
केजरीवाल ने कहा कि दंगे से उनकी पार्टी को नुकसान ही होगा, इसलिए आप पर आम आदमी पार्टी पर दिल्ली में दंगे फैलाने का आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले भी यही हथकंडा अपनाया था। उन्होंने कहा, ‘उनकी तरफ से रोज एक ही बयान- आम आदमी पार्टी करवा रही है। आप क्यों कराएगी? आम आदमी पार्टी को इससे क्या फायदा है?पिछले चुनाव से पहले भी बवाना और त्रिलोकपुरी में हिंसा फैलाने की कोशिश की थी। आज भी यही कोशिशें की जा रही हैं।’
‘अभी शांत रहें, चुनाव में दें जवाब’
मुख्यमंत्री ने दिल्ली की लोगों शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि वह अराजक तत्वों की हरकतों पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि इन हरकतों का जवाब चुनाव में दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली के लोगों से अपील है कि ऐसी सभी ताकतों से सचेत रहना है। इस तरह की हरकत करता है तो मिलकर विरोध करना है। सभी का जबाव चुनाव में देंगे।’
पढ़ें:
दंगों से किसे फायदा, सबको पता है: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि दंगों से किसे फायदा होता है, यह सबको पता है। उन्होंने कहा जिस तरह पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जनता ने सबक सिखाया, उसी तरह इस बार भी करार जवाब देगी। उन्होंने कहा, जाहिर है इससे जिसको फायदा हो सकता है, दंगे वही करवा रहा है। दिल्ली की जनता ने जैसे समझदारी से पिछले चुनावों में उनको सबक सिखाया था।’
आप विधायक, लीडर को लेकर सवाल पर साधी चुप्पी
हालांकि, उन्होंने जमिया इलाके में भड़की हिंसा में अपने विधायक अमानतुल्लाह खान की सामने आ रही भूमिका और एफआईआर में आप यूथ विंग के एक लीडर का नाम शामिल होने के सवाल पर कुछ नहीं कहा। वह यही कहते रहे कि आप को दंगों से कोई फायदा नहीं होगा, जिसे फायदा हो सकता है, वही यह दंगा करवा रहा है।
गौरतलब है कि 23 अक्टूबर, 2014 को दिवाली की रात त्रिलोकपुरी में दंगा भड़क गया था। उस वक्त भी केजरीवाल ने सीधा-सीधा बीजेपी पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था, ‘बीजेपी दिल्ली में दंगे फैलाने की कोशिश कर रही है। त्रिलोकपुरी, नंदनगरी, बवाना और अब मुंडका। जनता, मीडिया, पुलिस मिलकर ही दिल्ली को बचा सकते हैं।’
ध्यान रहे कि दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी (आप) विधायक प्रकाश जारवाल और दो अन्य व्यक्तियों को 2013 के दंगा और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने कहा कि इस पर कोई संदेह नहीं है कि इस मामले में लोगों का जमावड़ा गैरकानूनी था क्योंकि इसने यातायात जाम हुआ तथा हिंसा की गई।
पढ़ें पूरी खबर।
Source: National