भाजपा विधायकों को सदन से बाहर निकाल देने की स्पीकर की चेतावनी के बाद मप्र विस में हंगामा

भोपाल, 19 दिसंबर (भाषा) मध्य प्रदेश विधानसभा में बृहस्पतिवार को अनुपूरक मांगों पर चर्चा के दौरान हंगामे और सदन की कार्यवाही नहीं चलने देने पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विपक्षी विधायकों को बाहर निकाल देने की चेतावनी देने के कारण सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिये स्थगित करनी पड़ी। बाद में सदन ने अनूपूरक बजट पारित कर दिया गया, जिसमें किसान समृद्धि योजना में किसानों के लिए 1600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। समस्या तब शुरू हुई जब अनुपूरक मांगों पर चर्चा के लिये भाजपा के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा बोल रहे थे तो कांग्रेस के कुणाल चौधरी ने व्यवधान डाला। बदले में जब चौधरी बोलने के लिये उठे तो भाजपा विधायकों ने उन्हें टोकना शुरू कर दिया और शोरगुल करने लगे। इस पर नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव और अन्य भाजपा विधायकों को सदन से बाहर निकालने की चेतावनी दी। इसके बाद सदन में और शोरगुल होने लगा, जिसके चलते उन्होंने सदन की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी और इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष को अपने चैंबर में आने को कहा। जैसे ही सदन की कार्रवाई दोबारा शुरू हुई, अध्यक्ष की अनुमति के बाद कुणाल चौधरी अनुपूरक मांगों पर अपनी बात सदन में रखने लगे, लेकिन भाजपा विधायकों ने शोर करना शुरू कर दिया। इस पर कुणाल ने भाजपा पर उनकी आवाज बंद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। इसके बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा विधायक शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सांसद और विधायक के रूप में अपने लंबे करियर के दौरान उन्होंने सदन में इस तरह का कटु और शोर-शराबे वाला माहौल कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि विपक्षी विधायक जब बोलना चाहते हैं तो सत्ता पक्ष के सदस्य उन्हें बोलने नहीं देते। चौहान ने भाजपा विधायकों को सदन से बाहर निकालने की विधानसभा अध्यक्ष चेतावनी पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने इसे अपमानजनक बताया और कहा कि ऐसी स्थिति में वे मौजूदा सत्र का बहिष्कार करेंगे।

Source: Madhyapradesh

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