शहडोल जिले में सहकार ग्लोबल क़ो मिला अवैध रेत खनन का अधिकार, एक तथाकथित पत्रकार का साथ लेकर नदियों का सीना कर रहा छलनी……

सहकार ग्लोबल कम्पनी क़ी मनमानी प्यासे मरे जंगल के प्राणी

शहडोल -प्राकृतिक संपदा से भरपूर शहडोल संभाग क्षेत्र में सोन, तिपान बकान, बनास, समधिन औऱ झांपर औऱ छोटी बड़ी बहुत सी नदियों के क्षेत्र से रेत माफिया बेखौफ रेत खनन में जुटे हैं। लगभग 40 मुख्य जगहों से रेत का खनन किया जा रहा हैं सूत्रों क़ी माने तो वैध औऱ अवैध रेत खदानो से भारी मात्रा में रेत निकाल कर ट्रको के जरिये ओवरलोड ले कर चल रहे हैं जिससे हर समय दुर्घटना होने क़ी संभवना बनी रहती हैं सोन नदी में लगभग 8से दस जगह मशीनो से इस समय खनन किया जा रहा हैं ब्यौहारी,गोपालपुर, झिरिया, पोंडी, तो प्रमुख रूप से रेत निकासी के लिए फेमस हैं जहाँ से रेत भारी तादाद में निकली जा रही हैं

पत्रकारिता हो रही कलंकित सवालों के घेरे में साहब

आपको बता दे क़ी शहडोल जिले का एक तथाकथित पत्रकार इन दिनों रेत माफियाओ क़ी दलाली करते नज़र आ रहा हैं औऱ अपने अवैध गतिविधि से रेत माफियाओ क़ो अवगत करवा रहा हैं जिससे पत्रकारिता कलंकित हो रही हैं इससे उसे कोई फर्क नहीं पड़ता परंतु पत्रकारिता क़ी गरिमा क़ो गिरा कर रेत माफियाओ क़ी गोद में जा बैठने वाले लोभीयो से सावधान रहने क़ी जरुरत हैं. पूर्व में बुढ़ार क़ी सुर्खियों में रहने वाली प्रतिष्ठित कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक द्वारा इस पत्रकारों क़ो धक्के मार कर ऑफिस से निकाल दिया, वहीं ब्लैकमेलिंग के चक्कर में कपडे के व्यपारी क़ो भी यह चूना लगा चुका है वहीं पत्रकारिता क़ी धौस दिखा कर अधिकारियो पर अनावश्यक दबाव बनाकर गलत तरीके से रेत क़ी गाड़िया निकलवाने का खेल कर रहा हैं जिसकी एवज में सहकार ग्लोबल कम्पनी से मिलने वाली मोटी रकम से तथाकथित पत्रकार अपनी तिजोरी भर रहा हैं।

जिले में खबर सबको, नजर किसी की नहीं

शहडोल  संभाग में अवैध रूप से रेत खनन का कारोबार मुख्य रूप से ,ब्यौहारी बटुरा, शहडोल से निकलने वाली सोन नदी के क्षेत्र में हो रहा है। यहां पर रेत खनन माफिया द्वारा नदी में से रेत निकाली जा रही है। क्षेत्र में करीब 8 से 10 खदानें हैं, जहां रायल्टी के साथ रेत क़ी निकासी क़ी जाती है। खनिज विभाग द्वारा लगातार इस दिशा में कार्रवाई करने का दावा किया जा रहा है। कई बार डंपर और ट्रैक्टर ट्राली से रेत जब्त तक की गई है। नदी के क्षेत्रों में अवैध खनन होता है। माफिया यहां लगातार सक्रिय हैं। खनिज विभाग समय-समय पर कार्रवाई करता रहा है, मगर अवैध खनन पर रोक नहीं लगी। बीते माह भीं अवैध खनन के खिलाफ रेत माफियाओ द्वारा ब्यौहारी विधायक शरद कोल के साले के साथ मारपीट भीं क़ी गई लेकिन दबंगो के सामने विधायक क़ी भीं नहीं चली, आपको बता दे क़ी पूर्व में भीं
शहडोल के ब्यौहारी में 4-5 मई की रात एएसआई महेंद्र बागरी की खनन माफिया ने ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने अपने-अपने स्तर पर एक्शन लिया। खदानों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की और रेत से भरे दो दर्जन हाईवा जब्त कर थाने में खड़े कर दिए। इन सभी में क्षमता से ज्यादा रेत भरी हुई थी।
ऐसे अनेको उदाहरण आपको शहडोल संभाग में देखने क़ो मिल जायेंगे जिसमे रेत माफियाओ क़ी पूरी टीम निगरानी कर के विरोध करने वालो क़ो रास्ते से हटा रहे हैं
कोई बड़ी कार्रवाई न होने से रेत माफियाओ के हौसले काफी बुलंद हैं। शहडोल जिले में ही ,कई ऐसी जैसी जगहों पर खनन बड़े पैमाने पर होता है। रेत के डंपरों के कारण आए दिन हादसे भी होते हैं। हैरानी इस बात की है कि इन डंपरों पर नंबर प्लेट तक नहीं होती। ब्यौहारी शहडोल क्षेत्र के लोग भी भाजपा नेताओं के समर्थकों पर अवैध खनन के आरोप लगते रहे हैं।

पूर्व में हो चुका हैं खूनी संघर्ष लेकिन नहीं रुका अवैध खनन

शहडोल जिले में सोन नदी में सबसे अधिक रेत खदानें हैं। वहीं सोन समेत कई स्थानों पर अवैध खनन भी होता है। जिले में रेत का करोड़ों का कारोबार है। कई लोग अवैध तरीके से रेत का खनन करते हैं। सबसे अधिक खनन सोन नदी में होता है। खनिज विभाग समय-समय पर कार्रवाई जरूर करता है। रेत की वजह से जिले में कई बार खूनी संघर्ष भी हो चुका हैं।

मशीनो क़ी तेज आवाज़ से जंगली जानवरो का हो रहा पलायन

शहडोल,ब्यौहारी के जंगलो के बीच से निकलने वाली इन नदियों में जंगली जानवर पानी पीने आते हैं मशीनो क़ी कान फोड़ू शोर से जंगली जानवर भयभीत हो कर जंगलो से पलायन कर रहे हैं य डर कर भागते समय दुर्घटनाओ के शिकार हो रहे यही हाल रहा तो सामूचे छेत्र से जंगली जानवरो का सफाया हो जाएगा औऱ भूख प्यास से तड़प कर बेजुबान असमय क़ी कॉल के गाल में समा जायेंगे वन्य प्रेमियों ने बताया क़ी शहडोल औऱ व्यवहारी क्षेत्र से जंगलो क़ी अवैध कटाई औऱ भारी मशीनो से कल कल बहने वाली नदियों का जहाँ स्वरुप ही बदल गया वहीं जंगली जानवर भीं विलुप्त होते जा रहे हैं।सूत्रों क़ी माने तो वन विभाग क़ी टीम भीं नज़राना ले कर आँखों में पट्टी डाल कर निकल जाती हैं। जिससे सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा मैंनेजमेंट का ऐसा ताना बाना बुना जा रहा हैं जिसकी चका चौध के आगे कार्यवाही करने वाले बेबस नज़र आ रहे हैं।

इनका कहना हैं

आप कहाँ क़ी बात कर रहे हैं मै समझ नहीं पा रहा हूँ आप एक काम करियेगा हमारे मिडिया प्रभारी रामकुमार गुप्ता से सम्पर्क ले वहीं मिडिया क़ो देखते हैं

चेतन चतुर्वेदी

सहकार ग्लोबल कम्पनी शहडोल

2.आप क़ी आवाज़ साफ़ आ नहीं रही हैं मै आपको एक घंटे के बाद फोन करता हूँ.

राम कुमार गुप्ता
मिडिया प्रभारी
साहकार ग्लोबल कम्पनी शहडोल

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