नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विवाद के बीच कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच महंत बनाम महंत की लड़ाई छिड़ गई है। दरअसल, कांग्रेस महासचिव ने सीएम योगी पर भगवा रंग को लेकर हमला किया था जिसे बीजेपी ने साधु-संतों का अपमान करार दिया। इस पर कांग्रेस ने अब वेस्ट यूपी के संभल जिले के कल्किधाम के महंत आचार्य को एक तरह से मैदान में उतारा है। बता दें कि प्रियंका ने CAA पर विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के बाद गुई पुलिस की कार्रवाई को लेकर सीएम योगी पर हमला बोला था।
राजनाथ के खिलाफ लड़ा था चुनाव
आचार्य प्रमोद कृष्णम का कांग्रेस से पुराना जुड़ाव है लेकिन यूपी में समाजवादी पार्टी के सरकार रहते वह शिवपाल यादव के करीबी थे। हालांकि, संभल के एसपी के एमपी शफीकुर्रहमान बर्क से उनका 36 का आंकड़ा है। उनके कल्कि धाम में सांसद ने मंदिर का निर्माण रुकवाया हुआ है लेकिन आचार्य ने 2019 का लोकसभा चुनाव लखनऊ से मौजूदा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ कांग्रेस से लड़ा। कांग्रेस अब उनको अहमियत दे रही है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी वाड्रा की पार्टी मजबूती की मुहिम में आचार्य प्रमोद संग साधु संतों को जोड़ने की रणनीति है। दरअसल, बीजेपी के योगी आदित्यनाथ गोरखपुर मठ के महंत हैं और आचार्य प्रमोद कृष्णम संभल के कल्किधाम के महंत हैं। आचार्य की मुस्लिमों में भी पैठ मानी जाती हैं। आचार्य मुहर्रम के दौरान कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते हैं।
मुख्यधारा में दिखने लगे हैं आचार्यदरअसल, हाल फिलहाल में कांग्रेस में आचार्य प्रमोद मुख्यधारा में दिखने लगे हैं। लखनऊ में प्रियंका गांधी संग पुलिस के विवाद वाले दिन आचार्य प्रमोद उनके साथ थे। राज्यपाल को ज्ञापन देने भी गए। प्रियंका गांधी की प्रेस कांफ्रेस में मौजूद रहे। दिल्ली राजघाट पर सत्याग्रह में तवज्जो मिली। वहां आचार्य और उनके सहयोगी भगवा कपड़े पहने थे।
Source: International