काला कानून है एनआरसी, इसे वापस लें प्रधानमंत्री मोदी: चंद्रशेखर

शादाब रिजवी, मेरठ
चीफ ने कहा है कि एनआरसी देश के लिए काला कानून है। इससे देश की एकता-अखंडता को खतरा है, प्रधानमंत्री इसे वापस लें। चंद्रशेखर ने ऐलान किया कि भीम आर्मी पीड़ितों को न्याय दिलाएगी और न्याय दिलाने का खर्चा भी उठाएगी। जेल से रिहा होने के बाद चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को मेरठ पहुंचकर 20 दिसंबर को एनआरसी और के विरोध में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन से मुलाकात की।

चंद्रशेखर ने मृतकों के परिजन को सांत्वना दी और कहा कि वह पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कोर्ट जाएंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मेरठ में जो हुआ, वह बेहद भयानक था। उन्होंने मुजफ्फरनगर और मेरठ के एसएसपी पर सीधे तौर पर सिर में गोलियां मरवाकर हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है।

‘नहीं चलेगी हिटलरशाही, दोषी पुलिसकर्मियों पर करें कार्रवाई’
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने कहा, ‘यह कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी। हिटलरशाही नहीं चलने दी जाएगी। हाई कोर्ट में 23 जनवरी को इस मामले में बहस है, लोगों की हत्या करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदेशभर में हिंसा के दौरान मारे गए लोगों से साफ है कि सरकार की मंशा गलत थी। सरकार देश की गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म करना चाहती है।’

चंदरशेखर ने आरोप लगाया, ‘सीएम योगी की ने मेरे मेरठ आने पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन मैं आया। लोकतंत्र में अपनी बात रखने का सबको अधिकार है। हमने पुलिस को बताया था कि पीडितों से मिलना है लेकिन एसएसपी ने मना कर दिया। तब हम एक जगह पीड़ितों से मिले। पुलिस की तानाशाही नहीं चलेगी।’

‘आवाज दबेगी नहीं और बुलंद होगी’
उन्होंने आगे कहा, ‘जब सीएए के समर्थन में बीजेपी के जगह-जगह रैली करने पर पुलिस की रोक नहीं है तो लोकतांत्रिक तरीके से विरोध दर्ज करने पर प्रतिबंध क्यों हैं? हमें भी परमिशन मिले ताकि अपनी बात को कह सकें।’ चंद्रशेखर का कहना था कि ऐसे आमजन की आवाज दबेगी नहीं बल्कि बुलंद होगी। हिंसा में मारे गए लोगों को शहीद बताते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि उनको इंसाफ जरूर मिलेगा और जुल्म करने वाले नौकरशाहों को सजा भी जरूर मिलेगी।

Source: International

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