भोपाल-प्रदेश के नगरीय निकायों में संचालित केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के पर्यवेक्षण और निरीक्षण के लिये अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गयी है। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास संजय दुबे नगर पालिका निगम भोपाल और इंदौर का पर्यवेक्षण करेंगे। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकासपी. नरहरि को नगरीय निकाय उज्जैन और जबलपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अपर आयुक्त आशीष सक्सेना को कटनी, सिंगरौली, अपर आयुक्त स्वतंत्र कुमार सिंह को ग्वालियर, मुरैना, उप सचिव मनीष सिंह को देवास, रतलाम, अपर आयुक्त मीनाक्षी सिंह को उज्जैन, धार, खरगोन, प्रमुख अभियंता प्रभाकांत कटारे को रीवा, छिंदवाड़ा, मुख्य अभियंता एन.जी. मालवीय को सतना, खण्डवा, सतना, जबलपुर, अपर संचालक पी.एन. पाण्डेय को सागर, दमोह और सीधी, उप सचिव राजीव निगम को बुरहानपुर, मंदसौर और इंदौर (नगर निगम के अतिरिक्त) जिले के नगरीय निकाय की पर्यवेक्षण जिम्मेदारी दी गई है।
संयुक्त संचालक आर.के. कार्तिकेय को सागर, भिण्ड एवं मुरैना, संयुक्त संचालक सुरेश बेलिया को गुना, दतिया, अशोक, संयुक्त संचालक (वित्त) राजेश सिंह को देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, संयुक्त संचालक अनिल गौड़ को भोपाल, होशंगाबाद, हरदा तथा मण्डला, संयुक्त संचालक जे.जे. जोशी को कटनी, बालाघाट, अधीक्षण यंत्री सुरेश शेजकर को ग्वालियर, शिवपुरी, अधीक्षण यंत्री राजीव गोस्वामी को बड़वानी, झाबुआ, अलीराजपुर, कार्यपालन यंत्री श्री आनन्द सिंह को छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, कार्यपालन यंत्री रवि चतुर्वेदी को रतलाम, नीमच, उप संचालक ओ.पी. झा को पन्ना, श्योपुरकलां, उप संचालक परमेश पलोटे को बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी, उप संचालक नीलेश दुबे को शहडोल, अनूपपुर, उप संचालक सी.यू. राय को राजगढ़ एवं विदिशा और सहायक संचालक फरीद कुरैशी को उमरिया एवं डिण्डोरी जिले के नगरीय निकायों का जिम्मा दिया गया है। सभी अधिकारियों के लिये 4 माह में कम से कम एक बार संबंधित निकाय का निरीक्षण करना जरूरी होगा।