राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला आने के बाद बुधवार को लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र’ की घोषणा कर दी। इस ऐलान के बाद अयोध्या गदगद दिखी। संत -महंत और नागरिकों के अलावा श्रद्धालुओं ने भी के नारे लगाए और जगह-जगह लोगों ने मिठाईयां बांटी। सभी ने कहा अब रामलला टेंट से बाहर भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है!
इससे पहले जिले के आला अधिकारियों ने बुधवार सुबह से ही नगर में सुरक्षा-व्यवस्था सख्त कर दी थी। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत गोपालदास के आवास और मणिरामदास जी की छावनी में अधिकारियों ने दल- बल के साथ डेरा डाल दिया और हर आने-जाने वाले लोगों तलाशी शुरू कर दी। हालांकि, जैसे-जैसे दिन बीतता गया सुरक्षा व्यवस्था में ढील दी जाने लगी। ट्रस्ट की घोषणा के समय महंत नृत्य गोपाल दास लखनऊ में थे।
मोदी कार्यकाल में अयोध्या को मिली दूसरी ‘खुशी’
निर्वाणी अखाड़े के श्री महंत धर्मदास, हनुमानगढ़ी अखाड़े के प्रधान पुजारी रमेश दास और पुजारी राजू दास समेत दर्जनों लोगों ने हनुमानगढ़ी में जश्न मनाया और मिठाईयां बांटी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद अयोध्या के साथ पूरे देश को राम जन्मभूमि मामले में जो खुशी मिली है वह व्यक्त नहीं की जा सकती। लोगों ने कहा अब जल्द ही रामलला का भव्य मंदिर बनेगा।
व्यवसाय करने वाले सुफल चंद्र मौर्य, अचल गुप्ता ,पप्पू जायसवाल आदि ने कहा अब अयोध्या का विकास होगा और पर्यटक आएंगे जिससे व्यवसाय बढ़ेगा। गोंडा जिला से रामलला का दर्शन करने आए सिद्धार्थ सिंह खुशी से लबरेज थे। उन्होंने कहा कि दर्जनों बार रामलला का दर्शन किया लेकिन आज लगा कि अब जल्द ही भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे।
बीजेपी कार्यालय में बांटी गई मिठाई
अयोध्या बीजेपी कार्यालय में महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा और महिला मोर्चा की महानगर अध्यक्ष रीना द्विवेदी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े बजाकर खुशियां मनाई और मिठाई बांटी।
Source: International