कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद ने केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर किसान और नौजवान विरोधी होने का आरोप लगाया है। शनिवार को प्रयागराज में उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की उपज का दोगुना मूल्य देने का वायदा कर सत्ता में आई थी। लेकिन किसानों की उपज का समर्थन मूल्य न बढ़ने से सबसे अधिक किसान यूपी में आत्महत्या कर रहे हैं।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि, किसानों को आत्महत्या की पीड़ा से बचाने के लिए कांग्रेस ने चरणबद्ध तरीके से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में किसान आंदोलन की शुरुआत की है। इसके तहत 17 मार्च तक प्रदेश भर में किसान जनजागरण के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शनिवार 8 फरवरी से हर जिले में इस अभियान की शुरुआत हो रही है। तीन मार्च को प्रदेश भर में तहसीलों का घेराव और 6 मार्च को सभी जिलों में डीएम का घेराव किया जाएगा। जबकि 17 मार्च को लखनऊ में किसान मार्च के साथ किसान आंदोलन का समापन होगा।
‘सरकार कर रही बीमा कंपनी के खजाने भरने का काम’
प्रमोद तिवारी ने कहा कि 46 वर्षों में सबसे बड़ी बेरोजगारी के दौर से देश और प्रदेश गुजर रहा है। लेकिन केंद्र और राज्य सरकार के पास किसानों और नौजवानों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि, एक ओर जहां किसानों को उनकी उपज की सही कीमत और सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। वहीं, बीमा कंपनियों के खजाने भरने का काम केंद्र सरकार कर रही है।
‘सही कीमत ना मिलने पर हालात बेहद कमजोर’
तिवारी ने कहा है कि आज फर्टिलाइजर, बिजली, पानी, बीज और मजदूरी सब कुछ महंगे हो रहे हैं। जिससे किसानों की लागत भी बढ़ी है लेकिन उन्हें उनकी उपज की सही कीमत ना मिलने ने उनकी आर्थिक हालत बेहद कमजोर हो रही है। कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर देश के 61 बड़े पूंजीपतियों के हाथों में देश को आर्थिक गुलामी की ओर धकेलने का भी आरोप लगाया है।
Source: International