सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस ने युवती के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। पुलिस के मुताबिक, होटल से बरामद सीसीटीवी फुटेज में युवती किसी अन्य युवक के साथ जाती दिख रही है। शाहपुर कोतवाली के हड़हवा फाटक चौकी इलाके की रहने वाली 20 वर्षीय युवती गुरुवार शाम को मां के साथ गोरखनाथ स्थित हॉस्पिटल में खुद को दिखाने गई थी। वहां से गोरखनाथ थाना क्षेत्र के नयागांव स्थित अपनी बड़ी बहन के घर चली गई। रात में 9 बजे के करीब मां-बेटी पैदल ही घर के लिए लौट रहे थे। बेटी आगे तो मां पीछे-पीछे आ रही थी।
‘गैंगरेप के बाद रात एक बजे छोड़ा, 600 रुपये भी दिए’युवती का आरोप है कि गोरखनाथ इलाके में एक बाइक पर सवार दो लोगों ने उसे रोका। युवती का आरोप है कि दोनों पुलिस की वर्दी में थे। उन्होंने बाइक पर बीच में उसे बैठा लिया और धमकाते हुए उसे अपने साथ रेलवे स्टेशन रोड पर चौराहे से आगे ढाबे के पास होटल में स्थित कमरे में ले गए। युवती का आरोप है कि दोनों ने उसके साथ गैंगरेप किया। रात में करीब एक बजे उन्होंने उसे छोड़ा और जाते समय 600 रुपये भी दिए। युवती ऑटो लेकर रात में घर पहुंची। घरवालों ने पूछा तो रात में उसने कुछ नहीं बताया। मां ने बताया कि सुबह 9 बजे बेटी ने घटना के बारे में जानकारी दी।
बोले, सीसीटीवी में किसी और के साथ दिखी महिलाउधर पुलिस ने युवती के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। गोरखपुर के एसएसपी सुनील गुप्ता ने बयान जारी कर कहा, ‘एक महिला ने दो पुलिसवालों पर एक होटल में ले जाकर गैंगरेप करने का आरोप है। घटना की जानकारी पर पुलिस तुरंत हरकत में आई। हमने होटल की सीसीटीवी फुटेज की जांच की और वहां के लोगों से पूछताछ की। फुटेज के मुताबिक, महिला किसी प्राइवेट आदमी के साथ होटल में जाती दिख रही है। पहली नजर में यह मामला संदिग्ध लग रहा है, लेकिन हमने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।’
महिला के आरोपों पर शुरू हुई राजनीति
इस घटना पर सिसायत भी तेज हो गई है। गोरखपुर कांग्रेस के नेताओं ने अस्पताल में जाकर युवती का हालचाल जाना। कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी रहे और अब समाजवादी पार्टी नेता सुनील सिंह ने भी लड़की से मिलकर उसका हाल जाना और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
Source: International