मुरादाबाद: खुद के चलने में है दिक्कत, लेकिन दूसरों की राह बनाई आसान

प्रेमदेव शर्मा, मेरठ
प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने ” कार्यक्रम में मुरादाबाद के हमीरपुर गांव में रहने वाले की कहानी साझा की। सरकारी नौकरी के लिए बहुत ठोकरें खाने के बाद दिसंबर 2019 में उन्होंने नौकरी के लिए हाथ फैलाने की बजाए उसने अपने जैसे दिव्यांगों को नौकरी देने की ठानी। वह आज 30 दिव्यागों को रोजगार दे रहा है। उन्होंने इस साल 100 लोगों को रोजगार देने का संकल्प लिया है। पीएम से तारीफ सुन सलमान और उनके परिजन बेहद खुश हैं।

मुरादाबाद जिला मुख्यालय से काशीपुर हाइवे पर करीब 22 किलोमीटर दूर मौजूद गांव हमीरपुर में रहने वाले सलमान जन्म से दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए कई साल तक कोशिश करते रहे, सफलता नहीं मिली तो हार नहीं मानी। उन्होंने अपने गांव में 5 लाख रुपये लगाकर किराए के मकान में टारगेट नाम से कंपनी खोली और चप्पल और डिटर्जेंट बनाने का काम शुरू कर दिया।

सलमान के कारखाने में 15 दिव्यांग एक शिफ्ट में काम में लगते हैं। दिन भर में यह टीम 150 जोड़ी से ज्यादा चप्पलें तैयार कर देती है। मार्केटिंग में 15 से अधिक दिव्यांग रोजाना छह हजार तक का माल बेच देते हैं। कारखाने में तैयार माल दिव्यांगों को मार्केटिंग के लिए दिया जाता है। वह गांवों में डोर-टू डोर जाकर चप्पलों और डिटर्जेंट की बिक्री करके बतौर कमीशन प्रति व्यक्ति 500 रुपये तक कमा लेते हैं।

टारगेट फैक्ट्री के संस्थापक सलमान ने बताया कि हमारी फैक्ट्री में तैयार चप्पल 100 रुपये तक बिक रही है। हमने दिव्यांगों की एक संस्था के बैनर तले सोशल मीडिया पर अपने काम को शेयर किया। इस काम को बड़े स्तर पर करेंगे। सलमान ने बताया कि वह लंबे समय से फैक्ट्री के लिए लोन मांग रहे थे, लेकिन लोन पास नहीं हो पा रहा था। कुछ दिनों पहले अधिकारी उनके घर पहुंचे और लोन मंजूर होने की जानकारी दी। सलमान की मां हमीरपुर की वर्तमान प्रधान हैं। उनसे पहले सलमान के पिता मोहम्मद अच्छन इस गांव के प्रधान रहे हैं। बताया जा रहा है कि एक सप्ताह पहले पीएमओ ने मुरादाबाद के अधिकारियों से सलमान के बारे में जानकारी मांगी थी।

पीएम मोदी ने सलमान की तारीफ करते हुए कहा, ‘आप भी ये गौर करिए कि सलमान खुद से चलने में दिक्कत थी, लेकिन उन्होंने दूसरों का चलना आसान करने वाली चप्पल बना दी। सलमान ने सभी दिव्यांगों को ट्रेनिंग दी। सलमान ने 100 और दिव्यांगों को रोजगार देने का संकल्प लिया है।’

Source: International

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