देवरिया: मुंबई में बिछड़े बुजुर्ग को सोशल मीडिया ने अपनों से मिलवाया

घर से 1700 किमी दूर मुम्बई जाकर परिवार से बिछड़े एक बुजुर्ग के लिए अपनों से मिलन की राह में मील का पत्थर साबित हुआ। पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए 24 घंटे में न केवल उनके घर का पता ढूंढ लिया, बल्कि सकुशल बुजुर्ग को घर पहुंचा दिया। अपनों से मिलने के बाद बुजुर्ग की आंखें भर आईं। बुजुर्ग कुछ दिन पहले में रह रहे अपने बेटे से मिलने गए थे, जहां वह अपने बेटे का पता भूल गए थे।

देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के ग्राम भुजवली निवासी राजेंद्र शर्मा अपने बेटे रामसूचित शर्मा से मिलने मुंबई गए थे। बीते 10 अक्टूबर को वह अपने बेटे के घर से कहीं घूमने निकले और रास्ता भटक गए। काफी बुजुर्ग होने के चलते वह न तो किसी से बात कर पा रहे थे और न ही मुम्बई स्थित अपने बेटे के घर का पता बता पा रहे थे। मुंबई पुलिस उन्हें अपने साथ थाने पर ले गई, वहां उन्होंने सिर्फ अपने गांव का नाम और जिला बताया।

ठाणे पुलिस ने यूपी पुलिस को भेजी बुजुर्ग की फोटो
ठाणे पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के ट्विटर हैंडल पर उनकी फोटो और ग्राम भुजवली, देवरिया का पता भेजा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्विटर हैंडल से तत्काल देवरिया पुलिस के ट्विटर हैंडल को ट्वीट भेजा और कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।

डिजिटल वॉलंटियर ग्रुप के जरिए मिला बेटे का नंबर
देवरिया में सोशल मीडिया सेल के आरक्षी दीपक कुमार सिंह ने इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्रा को दी। एसपी ने गुमशुदा की फोटो और गांव का नाम डिजिटल वॉलंटियर ग्रुप में साझा करते हुए अन्य श्रोतों से भी पता लगाने का प्रयास किया। साथ ही ग्राम भुजवली के ग्राम प्रधान/डिजिटल वॉलंटियर अनिरुद्ध सिंह से संपर्क किया। प्रधान के जरिए राजेन्द्र के बेटे रामसूचित का मोबाइल नम्बर मिला। जिसके बाद पुलिस ने उनसे संपर्क किया और मामले की जानकारी दी। पुलिस द्वारा जानकारी मिलने पर रामसूचित ठाणे पुलिस स्टेशन पहुंचे और अपने पिता राजेंद्र को घर ले आए।

Source: UttarPradesh

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