2 साल तक की तैयारी
हर खिलाड़ी अपने बड़े स्पोर्ट्स इवेंट की लंबी तैयारी करता है। हमें भी तैयारी करने में 2 साल से ज्यादा का समय लगा। इस कहानी के बारे में जो भी दिखाया जाना चाहिए वह विश्वसनीय होना चाहिए। भले ही यह घटना 36 साल पुरानी हो लेकिन 40 साल से ज्यादा का हर व्यक्ति आज भी उस लम्हे को याद रखना चाहता है।
कपिल देव की 175 की पारी83 के वर्ल्ड कप में फाइनल मैच तो लोगों ने कई बार टीवी पर देखा होगा लेकिन जिम्बावे के खिलाफ कपिल देव की शानदार 175 रनों की पारी किसी ने नहीं देखी। उस दिन बीबीसी हड़ताल पर था और मैच का एक सेकंड तक रिकॉर्ड नहीं किया गया था। इसलिए उस दिन स्टेडियम में मौजूद लोगों के अलावा किसी ने यह पारी नहीं देखी थी। कबीर खान से पूछा गया कि इसे रिक्रिएट करना कितना कठिन था तो उन्होंने कहा, ‘कुछ तस्वीरों और कपिल देव व टीम के अन्य खिलाड़ियों की यादों से हमने एक खाका खींचा। उन्होंने ऐसे समय पर यह पारी खेली थी जब हमारी टीम केवल 17 रनों पर 5 विकेट खो चुकी थी। किसी भी क्रिकेटर ने कभी ऐसी पारी नहीं खेली होगी। मुझे खुशी है कि कपिल सर के करियर की इतनी महत्वपूर्ण पारी को मुझे रिक्रिएट करने का मौका मिला।’
फाइनल ने बदला भारतीयों के लिए नजरिया83 वर्ल्ड कप की अपनी यादों के बारे में बात करते हुए कबीर खान ने कहा, ‘मैं उस समय बहुत छोटा था और मुझे समझ नहीं आया कि लोग क्यों अचानक घरों से बाहर निकलकर पटाखे छोड़ने लगे। लेकिन बाद में मुझे अहसास हुआ कि यह हमारे भारतीय क्रिकेट और देश के लिए कितनी महत्वपूर्ण घड़ी थी। मैं यूके में रहने वाले एक सीनियर बैरिस्टर से मिला। उनका कहना है कि 25 जून 1983 से पहले वह स्कूल के एक सामान्य लड़के थे लेकिन भारतीय टीम के वर्ल्ड कप जीतने के बाद लोग उन्हें एक भारतीय लड़के के तौर पर पहचानने लगे। यह जीत भारतीय समुदाय के लिए काफी महत्वपूर्ण थी।
यूं रिक्रिएट किया फाइनल‘हमने 5 दिन लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में शूटिंग की थी। सब कुछ वैसा ही तैयार किया गया जैसा 83 के दौरान था। आपको ताज्जुब होगा फिल्म में कपिल के रूप में रणवीर सिंह को दिया गया वर्ल्ड कप भी असली 1983 का वर्ल्ड कप है। रणवीर इस कप को लेकर इतने भावुक हो गए थे कि जैसे ही फाइनल सीन में मैंने ‘कट’ बोला तो वह रो पड़े।’
(रोशमिला भट्टाचार्य से बातचीत पर आधारित)
Source: Bollywood