प्रयागराज
यूपी की प्रयागराज जिले में के तहत शनिवार को मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूक किया गया। नर्सिंग की छात्राओं ने एक मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने का संदेश दिया। सीएमओ ऑफिस से बेली अस्पताल तक बनायी गई मानव श्रृंखला का उद्देश्य लोगों में बढ़ रहे अवसाद के चलते आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकना था।
यूपी की प्रयागराज जिले में के तहत शनिवार को मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूक किया गया। नर्सिंग की छात्राओं ने एक मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने का संदेश दिया। सीएमओ ऑफिस से बेली अस्पताल तक बनायी गई मानव श्रृंखला का उद्देश्य लोगों में बढ़ रहे अवसाद के चलते आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकना था।
आंकड़ों के मुताबिक, भारत वर्ष में प्रति हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति की मौत आत्महत्या से हो जाती है। जबकि देश में गैर संचारी बीमारियों की वजह से 63 फीसदी मौतें हो रही हैं। मनोचिकित्सकों के मुताबिक, मौजूदा समय में हर उम्र के लोग अपेक्षाएं पूरी ना होने पर अवसाद में चले जाते हैं और बाद में आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम भी उठा लेते हैं।
इसको रोकने के लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रयागराज जिले के एमएलएन चिकित्सालय में देश का पहला मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र भी खोला गया है। जिसकी तर्ज पर ही अब पूरे देश में ऐसे केंद्रों की स्थापना हो रही है। 7 अक्टूबर से 13 अक्टूबर के बीच आयोजित किए गए मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता सप्ताह का भी इसी कार्यक्रम के साथ समापन हुआ।
Source: UttarPradesh