वाराणसी में निर्माणाधीन चौकाघाट फ्लाइओवर पर दूसरी बार हुए हादसे की पहली जांच रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर आ गई है। प्रारंभिक तौर पर सेतु निगम के एक (सुपरवाइजर) और शटरिंग को दोषी पाया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को कहा गया है।
कैंट रेलवे स्टेशन के सामने शुक्रवार शाम ढलाई के दौरान फ्लाइओवर की शटरिंग में लगी लोहे की प्लेट और गाटर गिरने से एयरफोर्स जवान कुलदीप राय समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। वाराणसी मंडल के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित की थी। जांच टीम में शामिल पीडब्ल्यूडी तथा नलकूप प्रखंड के अधीक्षण अभियंता ने 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट शनिवार रात कमिश्नर को सौंप दी।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। रिपोर्ट में हादसे के लिए मौके पर तैनात पर रहे सेतु निगम के जेई तथा शटरिंग ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट के आधार पर सेतु निगम के अधिकारियों से ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को कहा गया है। जेई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संस्तुति की गई है। बता दें कि अभी दो और जांच कमिटियों की रिपोर्ट आनी हैं।
सूत्रों के मुताबिक जांच रिपोर्ट में जेई और ठेकेदार की लापरवाही से फ्लाइओवर की शटरिंग गिरने की बात कही गई है। पिलर संख्या 63-64 में ढलाई के दौरान वाइब्रटर निडिल से वाइब्रेशन के दौरान कैंटिलेटर की दो कैंचियों के नट-बोल्ट फेल होने के चलते शटरिंग गिरी थी।
कुलदीप की हालत में सुधार
बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती गंभीर रूप से घायल एयरफोर्स जवान कुलदीप राय की हालत में सुधार हो रहा है। गाजीपुर जिले के जमानिया के बेटावार गांव के रहने वाले कुलदीप ग्वालियर में तैनात हैं। दो अक्टूबर को वह छुट्टी पर बेटे के साथ घर आए थे। शुक्रवार को ग्वालियर जाने के लिए ट्रेन पकड़ने कैंट स्टेशन पहुंचे थे। दवा खरीदने के लिए वह बेटे को लेकर सड़क पार कर रहे थे। इसी समय हादसा हो गया था। बेटे को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है।
Source: UttarPradesh