एनपीसीएल ने मिट्टी के बर्तन बनाने वाले को भेजा था 4 लाख का बिल
एनबीटी में खबर छपने के बाद हरकत में आई कंपनी, बदली गई राशि
विशेष संवाददाता, ग्रेटर नोएडा
एनबीटी में खबर छपने के बाद मिट्टी के बर्तन बनाने वाले व्यक्ति के गलत बिजली बिल को एनपीसीएल ने ठीक कर दिया है। बिल को अब 4 लाख रुपये से घटाकर 800 रुपये कर दिया गया है। कंपनी ने कहा है कि तकनीकी दिक्कत की वजह से गलत बिल बन गया था। बता दें कि पीड़ित ने शिकायत के बावजूद कंपनी पर सुनवाई न करने का आरोप लगाया था। खबर प्रकाशित होने के बाद कंपनी ने अपनी गलती मानते हुए बिल को ठीक किया है।
ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव में मिट्टी के बर्तन बनाने वाले मुकेश प्रजापति के घर 2 किलोवाट का बिजली कनेक्शन है। उनका 50 वर्ग गज जमीन पर घर बना है। हर महीने उनका बिजली बिल 500 से लेकर 2 हजार रुपये के बीच आता है। वह हमेशा समय से बिल भरते हैं। जून तक उनका कोई भी बिल पेंडिंग नही था। एनपीसीएल की तरफ से बीते शुक्रवार को उनके घर 3 लाख 95 हजार रुपये का बिजली का बिल भेजा गया था। इतना भारी-भरकम बिल देखकर मुकेश की पत्नी बृजेश गश खाकर गिर पड़ी थीं। पीड़ित के शिकायत करने के बावजूद एनपीसीएल के कर्मचारियों ने उनकी बात नहीं सुनी। एनबीटी ने गुरुवार को यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद एनपीसीएल के अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने गुरुवार को ही कंपनी की टेस्टिंग टीम मुकेश के घर भेजी। जांच के बाद टीम ने बिल में गड़बड़ी की बात मानी। मुकेश ने बताया कि कंपनी ने उनका बिल सही कर दिया है। अब 800 रुपये का बिल बनाया गया है।
Source: UttarPradesh