यूपी के शाहजहांपुर में देखे गए कमलेश तिवारी के हत्‍यारे, सीसीटीवी व‍िडियो आया सामने

कंवरदीप सिंह, शाहजहांपुर
के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष कमलेश तिवारी हत्‍याकांड में एक नया खुलासा हुआ है। इस हत्‍याकांड में शामिल बताए जा रहे फरीद उर्फ मोइन खान पठान और अशफाक खान पठान यूपी के शाहजहांपुर जिले में देखे गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस को एक होटल के सीसीटीवी से दोनों आरोपियों का फुटेज मिला है। ये आरोपी शाहजहांपुर में रुके थे, लेकिन एसटीएफ के पहुंचने की भनक मिलते ही अंडरग्राउंड हो गए। एसटीएफ ने आरोपियों की कार के ड्राइवर को अरेस्‍ट किया है और उससे पूछताछ कर रही है।

सूत्रों के मुताबिक, कमलेश तिवारी के दोनों हत्‍यारे गाड़ी किराए पर लेकर आए थे। इन लोगों ने शाहजहांपुर रोडवेज बस अड्डे पर गाड़ी को छोड़ा और वहां से पैदल टहलते हुए रेलवे स्टेशन की तरफ पहुंचे थे। एक होटल के सीसीटीवी कैमरे से इन हत्‍यारों का फुटेज मिला है। माना जा रहा है कि वे शाहजहांपुर में ही कहीं पर छिपे हुए हैं। (
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कार के लिए गुजरात से आया था फोन
आरोपियों की कार के ड्राइवर ने बताया है कि उसके मालिक के पास कार को किराए पर देने के लिए गुजरात से फोन आया था। कार के लिए हत्‍यारों ने 5 हजार रुपये किराया तय किया था। हत्यारों की तलाश में यूपी एसटीएफ की कई टीमें शाहजहांपुर में छापेमारी कर रही हैं। इससे पहले इस हत्‍याकांड की जांच कर रहे गुजरात एटीएस के अधिकारियों ने संदेह जताया था कि सूरत के रहने वाले दोनों हत्‍यारे नेपाल भाग गए हैं।

सूरत के लिंबायत इलाके के रहने वाले फरीद उर्फ मोइन खान पठान और अशफाक खान पठान ने लखनऊ में कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्‍या कर दी थी। ये लोग सूरत से खरीदे गए मिठाई के डिब्‍बे में पिस्‍तौल और चाकू छिपाकर ले गए थे। गुजरात एटीएस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मोइन और अशफाक ट्रेन से कानपुर गए थे और वहां से फिर दोनों आरोपी 16 अक्‍टूबर को टैक्‍सी लेकर लखनऊ गए। लखनऊ में वे खालसा इन होटल में रुके। लखनऊ पुलिस ने इसी होटल के कमरे से भगवा कपड़ा बरामद किया है। यही कपड़ा पहनकर हत्‍यारे कमलेश तिवारी के घर गए थे।

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मोइन खान और अशफाक पर ढाई-ढाई लाख का इनाम
इस बीच यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने हत्‍या के आरोपी फरीद उर्फ मोइन खान पठान और अशफाक खान पठान पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित क‍िया है। ओपी सिंह ने कहा, ‘गुजरात में जो तीन आरोपी पकड़े गए हैं, उन्हें हम रिमांड पर यहां (लखनऊ) ला रहे हैं। बिजनौर में भी दो मौलाना को हमने पुलिस हिरासत में लिया है और उनसे हमारी टीम निरंतर पूछताछ कर रही है। छोटी-छोटी चीजों को हम जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि कोई भी पहलू अनछुआ ना रह जाए। कई प्रकार के मॉड्यूल्स होते हैं। एक सेल्फ मॉड्यूल होता है, एक स्लीपिंग मॉड्यूल होता है और एक आतंकी संगठन से जुड़े होने का भी मॉड्यूल होता है। हम इस केस को सभी ऐंगल से देख रहे हैं। जब हम उन्हें (प्रमुख आरोपी) गिरफ्तार करेंगे और फिर इसके बाद पूछताछ होगी तो घटना की सत्यता का पता चलेगा।’

Source: UttarPradesh

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