वेस्ट यूपी में कुनबा बढ़ाएगी विश्व हिंदू परिषद, पांच लाख सदस्य बनाने का टार्गेट

शादाब रिजवी, मेरठ
अब वेस्ट यूपी समेत देश के हर हिस्से में चिंतक अभियान के जरिए सदस्य जोड़ेगा। इसके लिए शुरू किए गए सदस्यता अभियान में विभाग स्तर पर लक्ष्य सौंपा गया है। गांव, मोहल्ले और घर-घर तक पहुंच बनाकर हित चिंतक (सदस्य) बनाए जाएंगे। कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दस्तक देकर युवाओं को जोड़ने पर जो रहेगा। वेस्ट यूपी में पांच लाख नए सदस्य बनाने का टार्गेट है।

वक्त को वीएचपी मान रही खुद के लिए अनुकूल
दरअसल, विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि फिलहाल देश में राजनीतिक और सामाजिक तौर पर माहौल संगठन की नीतियों के अनुकूल है, इसलिए इस वक्त का भरपूर उपयोग कर संगठन की शक्ति को बढ़ाया जाए। अभियान के तहत ऐसे गांव और मोहल्लों तक पहुंचा जाए, जहां अभी तक विश्व हिंदू परिषद का जुड़ाव नहीं है, वहां संगठन की इकाई का गठन मजबूती से किया जाए। इसके साथ ही रणनीति है कि जिन जगहों पर पहले से संगठन बेहतर काम कर रहा है, वहां पर और सदस्य बनाकर अपनी ताकत में इजाफा किया जाए।

गांव, कॉलेज यूनिवर्सिटी पर रहेगा फोकस
विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री गोपाल शर्मा के मुताबिक रविवार को मेरठ में हुई बैठक में अभियान की रणनिति को अंतिम रूप दिया गया हैं। 17 नवंबर यानी रविवार से ही हितचितंक अभियान शुरू किया हैं। इसके तक एक-एक गांव को चिन्हित किया गया हैं। रणनीति के मुताबिक वीएचपी के कार्यकर्ताओं की टीम हर गांव में और हर घर तक पहुंचेगी। टीम का जोर रहेगा कि नए लोगों को बतौर सदस्य हित चिंतक बनाया जाए। इसी के साथ कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दस्तक देने की लिए अलग से टीम बनाई गई हैं। वहां छात्र-छात्राओं को विश्व हिंदू परिषद का सदस्य बना कर युवाओं को आगे लाने का काम किया जाएगा।

इनको सौंपी गई जिम्मेदारी
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री सदस्यता अभियान को गति देने के लिए हर स्तर पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला, प्रखंड, खंड और ग्राम स्तर पर प्रमुख बनाए गए हैं। संगठन की दृष्टि से गठित किए गए जिलों को कई कई प्रखंडों में विभाजित किया गया है। मेरठ प्रांत में प्रशासनिक दृष्टि से 13 और संगठन की नजर से 25 जिलें आते हैं। वीएचपी अभियान को गति देने, सफल बनाने, नए लोगों को जोड़ने, पुराने लोगों को जिम्मेदारी देने और संगठन के कार्यों को निरंतर आगे बढ़ाने का संकल्प अभियान के पहले दिन लिया गया।

Source: International

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