नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद से उत्तर पूर्व के राज्यों में बेहद तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। इसका सीधा असर यातायात पर देखा जा सकता है। दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीआरओ ने बताया है कि विरोध प्रदर्शनों के कारण ट्रेन सेवाएं बाधित हैं। करीब 200-250 लोगों ने उलुबेरिया पर हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन में अप और डाउन ट्रेनों का रास्ता रोका है। वहीं, मुर्शिदाबाद के एक रेलवे स्टेशन को भी आग के हवाले कर दिया गया।
स्टेशन परिसर आग के हवाले
अधिकारी ने बताया है कि इस कारण 38502 बालिचक-हावड़ा लोकल ट्रेन, 12841 हावड़ा-चेन्नै कोरोमंडल एक्सप्रेस, 22897 हावड़ा-दीघा कंडारी एक्सप्रेस और दूसरी ट्रेनों को रुकावट का सामना करना पड़ा है। आरपीएफ अधिकारी ने बताया है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले स्थित बेलडांगा रेलवे स्टेशन परिसर को नागरिकता कानून में बदलाव का विरोध कर रहे लोगों ने आग के हवाले कर दिया है।
उत्तरपूर्व फ्रंटियर रेलवे ने 106 पैसेंजर ट्रेनें रद्द कीं या पहले ही रोकीं। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ ने बताया कि असम और उत्तर पूर्व में प्रदर्शनों के चलते 6 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और दो को बीच रास्ते में खत्म कर दिया गया। इससे पहले गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने यात्रियों से भरी एक ट्रेन में आग लगाने का भी प्रयास किया था। असम में स्कूलों और कॉलेजों को 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। सेना और पुलिस की तैनाती के बाद भी प्रदर्शनकारी लगातार कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहे हैं।
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वहीं, कैब के खिलाफ यूपी के अलीगढ़ में भी विरोध जारी है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ महापौर को प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिली और पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई। जिले में इंटरनेट सेवाएं गुरुवार रात 12 बजे से शुक्रवार शाम पांच बजे तक बंद कर दी हैं।
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Source: National