4272 स्टूडेंट्स ने एक साथ साइंस प्रैक्टिकल कर बनाया गिनेस वर्ल्ड रेकॉर्ड

प्रयागराज
कुंभ के बाद प्रयागराज ने एक बार फिर एक नया वर्ल्ड रेकॉर्ड कायम कर विश्व स्तर पर अपना नाम दर्ज करा दिया है। यह नया रेकॉर्ड के ‘लार्जेस्ट लेसन’ की कैटेगरी में शनिवार को दर्ज हुआ। इसमें सीबीएसई बोर्ड के 50 स्कूलों के 4272 स्टूडेंट्स ने एक साथ बैठकर 39 मिनट तक पानी के ऊपर प्रयोग किए। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में 2016 में 2900 प्रतिभागियों के इसी कैटेगरी में बनाए गए रेकॉर्ड को तोड़ते हुए यह नया रेकॉर्ड कायम किया गया है।

गिनेस के एडजुडिकेटर की मौजूदगी में बने इस रेकॉर्ड में 4 जिलों प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़ और मीरजापुर के स्टूडेंट्स शामिल हुए। दिल्ली पब्लिक स्कूल परिसर में हुए इस आयोजन पर नजर रखने के लिए 100 एनसीसी कैडेट्स को भी तैनात किया गया था। इसके साथ ही एक बड़ी स्क्रीन व अन्य माध्यमों से भी इस पर नजर रखी जा रही थी। रेकॉर्ड बनाने के लिए शुरुआत में 4313 स्टूडेंट्स बैठे, लेकिन 41 स्टूडेंट्स को बीच में ही डिसक्वालीफाई कर दिया गया।

आयोजक आई साइंस वर्ल्ड के कोऑर्डिनेटर स्वप्निल कुमार ने बताया कि इस प्रयास में स्लम के बच्चे भी शामिल हुए। इसके साथ ही अंध विद्यालय के 5 बच्चों को भी इसका हिस्सा बनाया गया। गिनेस की एडजुडिकेटर शेफाली मिश्रा ने बताया कि इस कैटेगरी में यह 10वां प्रयास था। हालांकि इनफॉरमल साइंस एजुकेशन के अंतर्गत यह पहला प्रयास था।

इस आयोजन के लिए डायट की प्रवक्ता प्रज्ञा कुशवाहा को इंस्ट्रक्टर के रूप में जबकि विशेषज्ञ के रूप में एमएनएनआईटी के प्रोफेसर एचके पांडेय और शियाट्स के प्रोफेसर पीडब्लू रामटेके, प्रोफेसर अर्पण शेरिंग के साथ प्रोफेसर विजय त्रिपाठी को तैनात किया गया था। इस आयोजन को यूएसए की द गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में भी ‘लार्जेस्ट इनफॉरमल साइंस एक्सपेरिमेंट सेशन’ की कैटेगरी में दर्ज किया गया है। गोल्डन बुक के एडजुडिकेटर डॉक्टर मनीष विश्नोई भी इस अवसर पर मौजूद थे।

Source: International

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