भोपाल, 15 दिसंबर (भाषा) मध्य प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले लोगों के खिलाफ चलाए गए अभियान में पिछले करीब पांच महीने में 32 मिलावटखोरों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है। मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट ने रविवार को बताया कि प्रदेश में विगत 19 जुलाई से मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ चलाये जा रहे ‘शुद्ध के लिये युद्ध अभियान’ में अब तक 32 कारोबारियों के विरुद्ध रासुका में कार्यवाही की गई है। उन्होंने दावा किया कि देश के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी भी राज्य ने 32 मिलवाटखोरों पर रासुका लगाई हो। सिलावट ने कहा कि इसके अलावा, इस अभियान के तहत 104 मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि जब तक मध्यप्रदेश से मिलावट पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाती, तब तक यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। सिलावट मध्य प्रदेश में मिलावट रोकने के लिए भोपाल शहर में रोशनपुरा चौरहे से लाल परेड ग्राउंड तक निकाली गई रैली के दौरान पत्रकारों से चर्चा से यह बात कही। मालूम हो कि सिंथेटिक दूध और इससे बने उत्पादों का कारोबार करने वाले गिरोहों के खिलाफ 19 जुलाई से अभियान छेड़ने के कुछ ही दिन बाद मध्यप्रदेश सरकार फलों को घातक कैमिकल से पकाये जाने वाले एवं उन्हें स्वादिष्ट बनाने के लिए उनमें मीठा पदार्थ डालने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार ने साग-सब्जियों को ताजा एवं बढ़िया दिखने के लिए उन पर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक लेपों को लगाने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी कड़े कदम उठाए हैं।
Source: Madhyapradesh