एडीजी मेरठ बोले, 'एसएसपी नोएडा से जुड़ी सभी शिकायतों की कर रहे जांच, कमिटी को और 15 दिन का वक्त'

शादाब रिजवी, मेरठ
नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण का विडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले पर उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में शुक्रवार को प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के पत्रकारों से बात करने के बाद अब एडीजी मेरठ ने भी अपना स्पष्टीकरण दिया है। शुक्रवार शाम एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार ने एक पत्रकारवार्ता में कहा कि एसएसपी गौतम बुद्ध नगर वैभव कृष्ण से संबंधित जितने भी शिकायतें हैं, उन सब की जांच की जा रही हैं और जांच कमिटी को अपनी इंक्वायरी को पूरा करने के लिए 15 दिन का समय और दिया गया है।

एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार ने कहा कि एसएसपी वैभव कृष्ण की जो विडियो क्लिप वायरल हुई है उससे संबंधित विभिन्न धाराओं में और आईटी ऐक्ट में मुकदमा पंजीकृत हो गया है और पुलिस अधीक्षक हापुड़ संजीव सुमन इसकी विवेचना कर रहे हैं। एडीजी जोन ने बताया कि मेरठ के पत्रकार को गैरकानूनी तरीके से उठाने के संबंध में भी एक तहरीर प्राप्त हुई है और उसके आधार पर भी कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने कहा कि समय आने पर विभागीय जांच के बाद जो भी प्रथम दृष्टया आरोपी सामने आता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा गोपनीय पत्रों में उल्लेखित तथ्यों को अन्य लोगों को अवगत कराने के मामले में सर्विस रूल्स के अंतर्गत मेरठ रेंज के आईजी ने नोएडा एसएसपी से स्पष्टीकरण मांगा है।

से मांगा जाएगा जवाब
बता दें कि शुक्रवार सुबह खुद यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले पर रुख स्पष्ट किया। लखनऊ में मीडिया से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि इस मामले में जांच के लिए एडीजी मेरठ को 15 दिन का और वक्त दिया गया है। इसके साथ ही यूपी के पुलिस चीफ ने कहा कि एसएसपी नोएडा से पूछा जाएगा कि उन्होंने गोपनीय दस्तावेज क्यों वायरल किए।

एडीजी मेरठ को सौंपी गई है जांच
डीजीपी ओपी सिंह ने लखनऊ में कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘विडियो क्लिप वायरल हुआ है। जिसके संबंध में एसएसपी नोएडा ने मुकदमा दर्ज कराया है। एसएसपी नोएडा ने गोपनीय दस्तावेज भेजे थे। जब हम लोगों को संज्ञान में आया तो निष्पक्षता के आधार पर केस हापुड़ ट्रांसफर कर दिया। एसपी हापुड़ इस मामले की जांच कर रहे हैं। आईजी मेरठ जोन इस मामले को नजदीकी से देखेंगे। एडीजी मेरठ से जांच करने को कहा गया है। एडीजी मेरठ ने जांच के लिए और समय मांगा है। हमने 15 दिन का और समय दिया है।’

IPS ने 5 अफसरों पर लगाया था साजिश का आरोप
गौरतलब है कि वैभव ने बुधवार को आरोप लगाया था कि उन्होंने पांच आईपीएस अफसरों के खिलाफ सीएम ऑफिस, डीजीपी व अपर मुख्य सचिव (गृह) को करीब एक महीना पहले गोपनीय जांच रिपोर्ट भेजी थी। तबसे एक बड़ी लॉबी उनके खिलाफ साजिश रच रही है और फेक विडियो इसी का हिस्सा है। मीडिया के जरिए मामला संज्ञान में आने के बाद सीएम ने अपने दफ्तर, अपर मुख्य सचिव (गृह) व डीजीपी से गोपनीय रिपोर्ट पर जानकारी मांगी है।

Source: International

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