पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मस्जिदों और मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकरों से अब आपको धार्मिक मंत्रों के अलावा राज्य सरकार की योजना की भी जानकारी सुनाई देगी। जी हां! (पीवीवीएनएल) के अधिकारियों के मुताबिक, को लोकप्रिय बनाने के लिए लाउडस्पीकरों से घोषणाएं की जाएंगी। उत्तर प्रदेश में हमेशा विवाद की जड़ रहे हैं, यहां तक कि अतीत में इन्हें लेकर सांप्रदायिक झड़पें भी हुई हैं।
पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लपा बंगारी ने बताया कि यह कदम राज्य सरकार की यूपी किसान आसान किस्त योजना के लिए अधिकतम पंजीकरण कराने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए है। यह योजना नलकूप मालिकों को बिना ब्याज के आसान किस्तों में उनके बिलों का भुगतान करने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में इसी तरह की पहल की जा रही है। अधिकारी ने कहा, ‘जो लाउडस्पीकर पहले बेवजह के तनाव का का कारण रहे हैं, उनका अब कुछ बेहतर इस्तेमाल होगा। यह अच्छी बात है।’
संबंधित अधिकारियों को निर्देश
पीवीवीएनएल के एमडी ने कहा, ‘मेरठ के एक गांव में स्कीम के प्रचार के लिए एक कैंप में जाने पर मैंने पाया कि अधिकतम रजिस्ट्रेशन के लिए स्कीम का विज्ञापन बहुत बेहतर नहीं था। इसलिए मैंने योजना को मैक्सिमम लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक संभावित साधनों का उपयोग करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। ढोल, पोस्टर और या जैसे धार्मिक स्थानों पर लाउडस्पीकरों पर घोषणाएं कराकर स्कीम का प्रचार किया जाएगा। स्कीम के बारे में जानकारी अंतिम व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए।’
पीवीवीएनएल के अधिकार क्षेत्र में आने वाले पश्चिमी यूपी के 14 जिले मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, रामपुर और बिजनौर हैं।
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