उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी पूरी करने को लेकर अंतिम डेडलाइन सोमवार (21 अक्टूबर) को समाप्त हो गई लेकिन काम इस तारीख पर भी पूरा नहीं हो सका। अब बचे हुए चार दिनों में तैयारी पूरी कराने के लिए रात-दिन काम हो रहा है। फिलहाल, निर्माण-कार्य का पैकअप कर साफ-सफाई और सजावट गेट बनाने आदि का काम पूरा करने पर जोर लगाया जा रहा है।
दीपोत्सव के मुख्य कार्यक्रम-स्थल पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, राम की पैड़ी और भजन संध्या स्थल पर डेडलाइन की तारीख पर काम हो रहा था। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव का कहना है कि बाकी बचे दिनों में दीपोत्सव स्थल के काम पूरे हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि इनमें से कई काम पूरे हो चुके हैं। बाकी को अंतिम टच देना है। राम की पैड़ी में भी कार्यक्रम स्थल पर पैड़ी में पहली बार सरयू जल का अनवरत प्रवाह होता दिखेगा।
सीएम करेंगे लोकार्पण
यादव ने बताया कि सीएम दीपोत्सव के दिन 26 अक्टूबर को हनुमानगढ़ी के प्रवेशद्वार ,कनक भवन मंदिर परिसर में रैनबसेरा और सुलभ शौचालय, गुप्तारघाट के नवनिर्मित घाटों और भजन संध्यास्थल का लोकार्पण करेंगे। हालांकि, भजन संध्या का काम अभी भी 25 फीसदी अधूरा है।
यह है तैयारी का हाल
दीपोत्सव के मद्देनजर राम की पैड़ी पर तीन मंच बनाए जा रहे है। मंच का काम पूरा हो रहा है। एक मंच पर राम दरबार के स्वरूप और साधुसंत दूसरे पर सीएम व उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और तीसरे मंच पर अन्य वीआईपी बैठेंगे। वहीं, रामकथा पार्क पर स्थाई मंच पहले से ही बना है। साथ में साइड मंच राम दरबार के लिए बन रहा है। इसके अलावा सात गेट रामचरित मानस के बालकांड से उत्तरकांड के नाम से बन रहे हैं। जिन रामचरित मानस की उस कांड की चैपाई अंकित रहेगी।
सांस्कृतिक दलों के लिए रथों को सूचना विभाग तैयार करवा रहा है। सूचना के डेप्युटी डायरेक्टर मुरलीधर सिंह के मुताबिक सभी 22 दलों के रथ तैयार है। इस दौरान एलईडी की भी व्यवस्था रहेगी। दीपोत्सव के लिए अवध यूनिवर्सिटी 5 लाख दीपों को तैयार करवा रहा है। प्रभारी आशीष मिश्र के मुताबिक, दीपों की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी को 35 लाख रुपये दीपों और तेल पर खर्च करने के लिए मिले हैं।
बता दें कि पर्यटन विभाग अयोध्या में 14 और फैजाबाद नगर में 5 स्थानों पर दीपोत्सव का आयोजन कराएगा। इसके लिए अलग से दीयों की व्यवस्था पर्यटन विभाग कर रहा है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ने बताया कि जिस दर पर दीयों का टेंडर हुआ है, उसी दर पर इसकी खरीद कर ली जाएगी। 10 लाख रुपये इन 19 स्थानों पर दीपोत्सव के आयोजन पर खर्च हो रहे हैं। अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डॉ. वाईपी सिंह के मुताबिक 24 अक्टूबर के पहले ही देश-विदेश के सांस्कृतिक दलों का अयोध्या पहुंचना शुरू हो जाएगा।
रात दिन हो रहा है काम
दीपोत्सव की तैयारी में जुटे विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रात-दिन काम हो रहा है। अब अंतिम दौर में फिनिशिंग का काम चल रहा है। 26 अक्टूबर के पहले तैयारी पूरी हो जाएगी। कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों ने बताया कि इस साल अक्टूबर में बारिश कई दिनों तक होने की वजह से काम रुका था, जिससे इसे पूरा कराने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
Source: UttarPradesh